SSC Exams: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) कंबाइड ग्रेजुएट लेवल (CGL) 2025 एग्जाम 12 सितंबर से शुरू हो रहे हैं, जो प्रतिदिन एक पाली में 26 सितंबर तक आयोजित होंगे. इससे पूर्व ही आयोग ने अभ्यर्थियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. आयोग ने एडवाइजरी में स्पष्ट किया है कि परीक्षा में किसी भी तरह की चालबाजी अभ्यर्थियों को भारी पड़ सकती है. मसलन, परीक्षा केंद्र में कम्प्यूटर से गड़बड़ी करने पर अभ्यर्थियों पर प्रतिबंध तक लगाया जा सकता है.
आइए जानते हैं कि SSC ने परीक्षाओं को लेकर क्या एडवाइजरी जारी की है? आयोग ने परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को किस तरह की सतर्कता बरतने को कहा है.
आयोग ने एडवाइजरी में क्या कहा
SSC CGL Exam से पहले एडवाइजरी जारी कर आयोग ने कहा है कि परीक्षा के दौरान अगर कोई अभ्यर्थियों किसी भी तरह की गड़बड़ी या चालाबाजी करता है तो उसके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 के तहत भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कम्प्यूटर से छेड़छाड़ पड़ेगी भारी
आयोग ने अपनी एडवाइजरी में स्पष्ट किया है कि परीक्षा के दौरान कम्प्यूटर से छेड़छाड़ अभ्यर्थियाें को भारी पड़ सकती है. आयोग ने कहा है कि कम्पयूटर का किसी अन्य मशीन से जुड़ाव का पता लगाने के लिए उन्नत तकनीक का प्रयोग किया जाएगा, तो तुरंत पता कर लेती है. इसी तरह अभ्यर्थियों के सत्यापन, बायोमेट्रिक्स, एंट्री और एग्जिट के दौरान चेहरे की पहचान के लिए आधार का प्रयोग किया जाना है. तो वहीं सीसीटीवी निगरानी और एआई एनालिटिक्स तैनात किए जाएंगे. इसके माध्यम से चिट पास करने जैसी की घटनाओं की निगरानी की जाएगी.
तुरंत नहीं रोका जाएगा एग्जाम, अभ्यर्थियों पर लगेगा प्रतिबंध
आयोग ने स्पष्ट किया है कि यदि परीक्षा के दौरान किसी अभ्यर्थी की चालाबाजी सामने आती है या पकड़ी जाती है तो अन्य अभ्यर्थियों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए तुरंत एग्जाम नहीं रोका जाएगा. हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक सबूतों का उपयोग ऐसे अभ्यर्थियों के नंबर रद्द करने और उन्हें परीक्षा से वंचित करने के लिए किया जाएगा. यानी परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी करने पर अभ्यर्थियों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है.
अभ्यर्थियों के लिए आयोग की एडवाइजरी
आयोग ने अभ्यर्थियों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है. आयोग ने कहा है कि अभ्यर्थी सभी प्रश्नों के उत्तर रफ शीट पर न लिखें, इसे संदिग्ध माना जाएगा. इसी तरह परीक्षा के दौरान अन्य अभ्यर्थियों से बात न करने या उनके कंप्यूटर में न झांकने की सलाह दी गई है. तो वहीं अभ्यर्थियों से कहा गया है कि वह आधार बायोमेट्रिक्स को लॉक न करें. विभिन्न चरणों में बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य है.